August 28, 2019

what is web hosting in hindi - वेब होस्टिंग क्या होती है?


web hosting kya hai?



आज की टैक्निकल दुनिया में ज्यादातर लोग वर्डप्रेस पर ही अपनी वेबसाइट बनाना चाहते हैं इसके पीछे कई महत्वपूर्ण सुविधाएँ हैं जो wordpress हमें देता है और यही कारण है कि इंटरनेट की 38% वेबसाइटें वर्डप्रेस पर बनी है लेकिन इस पर साइट बनाने के लिए हमें कुछ पैसे खर्च करने पडते हैं। अगर आप wordpress पर एक professional website बनाना चाहते हैं तो आपको web hostingdomain name खरीदना पडेगा और इनके बिना आप wordpress.org पर वेबसाइट कभी भी नहीं बना सकते हैं। आज कि इस पोस्ट में हम आपको यह जानकारी देने वाले हैं कि वेब होस्टिंग क्या होती है और यह कितने प्रकार की होती है तथा यह काम कैसे करती है तो आइये जानते हैं - वेब होस्टिंग क्या है What is Web Hosting in Hindi?


वेब होस्टिंग क्या होती है - What is Web Hosting in Hindi


जब हम अपनी कोई नई दुकान या मॉल खोलते हैं तो सबसे पहले हमें उसके सामानों को रखने के लिए एक खाली दुकान या स्टोर की जरुरत होती है ताकि हम अपने सामानों को उस जगह पर रख सकें। ठीक वैसे ही जब हम अपनी एक नई website बनाते हैं तो हमें उसके  files, images, videos, text आदि चीजें रखने के लिए hosting की जरुरत पडती है। आसान भाषा में कहुँ तो आपको अपने वेबसाइट के files, images आदि को स्टोर करके रखने के लिए किराए पर एक सीमित मात्रा में जगह दी जाती है जहाँ आपके सभी कंटेंट को संजोकर रखा जाता है और जैसे ही कोई विजिटर आपकी वेबसाइट पर आता है तो hosting server उसे आपकी website की कॉपी करके दे देता है। ऐसा नहीं है कि आप अपने computer पर अपनी वेबसाइट को होस्ट नहीं कर सकते। आप यह कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपके कम्प्यूटर को 24×7 internet से कनेक्ट करके रखना होगा और जब भी आपका कम्पयूटर internet से disconnect हो जाएगा या खराब हो जाएगा तो आपकी वेबसाइट नहीं खुलेगी इसलिए हमें सिर्फ hosting provider कंपनियों से ही होस्टिंग खरीदनी चाहिए क्योंकि वो आपकी वेबसाइट के data को अपने computers में save करके रखते हैं और जब भी उनके servers में कोई खराबी आ जाती है तो वो अपने दूसरे सर्वर पर विजिटर्स को रिडायरेक्ट कर देते हैं जिससे आपकी साइट 365 दिन 24 घंटे लगों के लिए खुली रहे।


Web Hosting कैसे काम करती है?


अब बात करते हैं कि आखिर web hosting काम कैसे करती है। जब आप किसी website के लिए होस्टिंग खरीदते हो तो आपको होस्टिंग प्रोवाइडर वेबसाइट के डाटा को रखने के लिए स्थान किराए पर देता है अब आप यह चुन लें कि आपको कितनी जगह चाहिए आपके data को रखने और internet पर उसे public करने के लिए। आपको जिस हिसाब से जगह की जरुरत है तथा जितने आपकी वेबसाइट पर एक बार में विजिटर आएँगे उस हिसाब से कंपनियाँ उसके पैसे आप से लेती है । तो जब भी कोई विजिटर आपकी वेबसाइट पर विजिट करेगा तो इसकी सूचना आपके hosting कंप्यूटर तक पहुँचेगी तथा वह होस्ट कंप्यूटर (सर्वर) उस विजिटर द्वारा माँगी गई सूचना की जानकारी को कॉपी करके उसे दे देगा।


Web Hosting Plan की जानकारी


जब आप होस्टिंग खरीदने जाओगे तो आपको वहां कोई plan खरीदना होगा प्लान में कंपनी आपको feature देगी जैसे कि disk space, bandwidth, uptime, support आदि। इनमें से कुछ जरुरी फीचर्स की हम बात करते हैं-

Disk Space:

disk space का मतलब होता है  कि आपको अपनी वेबसाइट को सर्वर यानि होस्ट कम्प्यूटर पर रखने के लिए कितनी जगह चाहिए अगर आप नए हो तो कम डिस्क स्पेस ले सकते हो और इसे आप बाद में बढा भी सकते हो।


Uptime:

अपटाइम का मतलब है कि आपका सर्वर पूरे साल में कितने समय तक सेवाएँ देता रहेगा। 99.99% uptime का मतलब है कि आपका सर्वर साल में सिर्फ 8 घंटे ही डाउन रह सकता है।


Bandwidth:

जब कोई भी व्यक्ति आपकी वेबसाइट खोलता है तब आपके सर्वर से कुछ data उसके computer में चला जाता है इस डाटा से website खुलती है। कितना डाटा आ जा सकता है इसे ही bandwidth कहते हैं।


Web Hosting के प्रकार


वैसे होस्टिंग मुख्यतया दो प्रकार की होती है


  • 1. linux web hosting (लाइनेक्स वेब होस्टिंग)
  • 2. woindows web hosting (विंडोज वेब होस्टिंग)


लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम एक ऑपन सॉर्स सॉफ्टवेयर है यानि यह सभी के लिए मुफ्त में उपलब्ध है तो इस होस्टिंग सर्विस को देने में कंपनियों को कम लागत आती है और यह आपके लिए भी सस्ती होती है जबकि विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम फ्री नहीं है होस्टिंग कंपनी को windows के लिए लाइसेंस खरीदना पडता है इसलिए यह linux web hosting के मुकाबले महंगी होती है। और इन सबके कुछ फायदे हैं तो नुकसान भी है तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

types of web hosting in hindi.


वेबसाइट सपोर्ट के आधार पर वेब होस्टिंग चार प्रकार की होती है-



  • 1. Shared Server hosting (शेयर होस्टिंग)
  • 2. Virtual Private Server-VPS (वर्चुअल प्राइवेट सर्वर)
  • 3. Dedicated Server hosting (डेडिकेटेड सर्वर होस्टिंग)
  • 4. Cloud hosting (क्लाउड होस्टिंग)




1. Shared Server hosting (शेयर होस्टिंग):


शेयर्ड का मतलब होता है दूसरे के साथ बाँटना यानि इसमें एक सर्वर होता है और सारे वेबसाइट इस होस्टिंग को शेयर करते हैं जिस तरह हम एक रुम में अपने दोस्तों के साथ एक साथ रहते हैं और उसका किराया शेयर करते हैं ठीक उसी प्रकार शेयर्ड होस्टिंग भी इसी तरह से काम करता है।

फायदे (Advantage)


  • यह होस्टिंग बहुत ही सस्ती होती है।
  • नए bloggers के लिए सबसे अच्छी होती है।



नुकसान (Disadvantage)


  • ज्यादा विजिटर आने पर loading speed बहुत कम हो जाती है।



2. Virtual Private Server-VPS (वर्चुअल प्राइवेट सर्वर):

जिस तरह एक बिल्डिंग में बहुत सारे कमरे होते हैं और आप एक कमरे में रहते हैं तो उस कमरे में सिर्फ आपका हक होता है दूसरा कोई आके उसमें रह नहीं सकता है। इसी तरह VPS hosting में भी यही होता है जिसमें एक सर्वर को अलग-अलग भाग में बाँटा जाता है और जिस भाग में आपकी वेबसाइट या बंलॉग है उसमें कोई दूसरा नहीं आ सकता है।

फायदे (Advantage)


  • ये होस्टिंग बहुत secure (सुरक्षित) होता है।
  • बेहतर परिणाम देता है।



नुकसान (Disadvantage)


  • यह थोडा महंगा होता है।



3. Dedicated Server hosting (डेडिकेटेड सर्वर होस्टिंग):

इस होस्टिंग को बडी कंपनियों के लिए design किया गया है जैसे- flipkart, amazon आदि। इन कंपनियों की वेबसाइट का डाटा बहुत ज्यादा है इसलिए इस होस्टिंग पैकेज में data size के हिसाब से pay किया जाता है। यह hosting सबसे सुरक्षित होती है और सबसे तेज होती है इसलिए यह बडी वेबसाइटों का traffic आसानी से झेल सकती है परंतु आप इन्हें स्वयं manage नहीं कर सकते इसके लिए आपको programmers की जरुरत पडेगी।

फायदे (Advantage)


  • यह बहुत ज्यादा सुरक्षित होती है।
  • यह बहुत fast load होती है।



नुकसान (Disadvantage)


  • यह बहुत महंगी होती है।
  • खुद manage नहीं कर सकते।



4. Cloud hosting (क्लाउड होस्टिंग):

यह नए जमाने की होस्टिंग है जिसमें हमारा data किसी एक सर्वर पर न रहकर अलग-अलग सर्वर में बँट जाता है यह भी बहुत तेज होता है और इसकी कीमत आपको अपने डाटा की जरुरतों के हिसाब से चुकानी पडती है यह बहुत ही भरोसेमंद माना जाता है। इसके बहुत सारे सर्वर होने की वजह से साइट डाउन होने के chancesबहुत कम होते हैं।

फायदे (Advantage)


  • यह बहुत high traffic को भी बडी आसानी से झेल लेता है।


नुकसान (Disadvantage)


  • ये होस्टिंग भी थोडी महंगी होती है।



Web Hosting कहाँ से खरीदें?


अब आप यह जान गए होंगे की web hosting क्या होती है और कौनसी खरीदनी चाहिए। अगर मेरी मानें तो आप cloud hosting खरीद लें क्योंकि यह तेज और सुरक्षित होती है। अब हम बात करेंगे कि हमें होस्टिंग कहां से खरीदनी चाहिए। वैसे इंटरनेट जगत में बहुत सी कंपनियां है जो कम लागत में अच्छी होस्टिंग देती है लेकिन आपको किसी अच्छे होस्टिंग प्रोवाइडर से ही होस्टिंग खरीदनी चाहिए क्योंकि यह आपके privacy के लिए बेहतर रहेगा। यहां मैं आपके लिए पॉपुलर होस्टिंग प्रोवाइडर के लिंक शेयर कर रहा हूँ जहां पर से आप आसानी से अपनी वेबसाइट के लिए होस्टिंग खरीद सकते हैं। यह सभी कंपनियाँ बडे-बडे ब्लॉगवर्स द्वारा आजमायी हुई है और सस्ते में होस्टिंग व डोमेन नेम प्रोवाइड करवाती है-


  • Godaddy
  • Hostgator
  • Bluehost



Conclusion: अगर आपको इस लेख को लेकर किसी प्रकार का कोई भी संदेह है या इसे बेहतर बनाने के लिए कोई सुझाव है तो हमें comment करके जरुर बताएँ और इस लेख को अपने सभी ब्लॉगर दोस्तों के साथ शेयर करें जिससे वो यह जान सकें कि web hosting kya hota hai? ऐसी जानकारीयों के लिए हमारा यह ब्लॉग (वेबसाइट) पढते रहिए। Hindiguruji.xyz

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